पहले जब मैं किसी को चलता हुवा देखता था तो मेरी नज़र उस व्यक्ति की चाल पर होती थी | अगर चलने में कुछ फर्क नज़र आता तो मैं उसे रोककर पूछता की क्या उसे कोई दर्द है? यदि है तो मैं दो मिनट में दूर कर सकता हूँ और आगे दर्द होने पर ठीक करने का उपाय बता सकता हूँ |
आजकल मेरी नज़र व्यक्ति के सर पर पड़ती है और जानने की कोशिश करती है की कहीं इन्होने बाल काले तो नहीं किये हैं. फिर मौका देखकर मैं उन्हें पूछता हूँ की वह बाल काले क्यों करते हैं | इसपर जवाब मिलता है की आजकल सभी तो करते हैं. या फिर हमने मेहंदी लगाई है | कोई बोलते हैं कि बीवी बाल काले करने को कहती है तो कोई बच्चों का नाम लेता है |
मेरा मानना है की जो भी hair dye है वह ज़हरीली होती है और इससे हमारे शरीर पर कुछ ना कुछ बुरा असर ज़रूर होता है | मेरे कुछ बाल बचपन से ही सफ़ेद होने लग गए थे और मैंने सिर्फ एकबार अपने विवाह के समय hair dye करवाया था | उसके बाद दो चार बार मेहंदी लगाया लेकिन सर्दी / sinusitis के कारण उसे भी छोड़ दिया. प्रायः देखा गया है कि hair dye करने वालों के सारे बाल कालांतर में सफ़ेद हो जाते हैं |
दूसरी बात है कि हम बाल काले करके अपने आप को जवान साबित करने कि झूटी कोशिश करते हैं, जो कि प्रकृति के नियम के विपरीत है | इसका अंजाम देर सबेर हमें भुगतना ही पड़ता है | बाल सफ़ेद हो गए तो आप काले कर लोगे पर यदि बाल झड जायेंगे तब क्या करेंगे? आजकल तो कई दुल्हों के सर भी गंजे दिखने लगे हैं | तो क्या सभी विग लगाना शुरू कर दें?
पुराने समय में झड़ते बाल और सफ़ेद बाल अनुभव के द्योतक थे | मैंने लोगों को कहते सुना हैं के मैंने धूप में बाल सफ़ेद नहीं किये हैं, मतलब कि मैंने ज़िन्दगी में कुच्छ किया है, अनुभव लिए हैं और इससे मेरे बाल सफ़ेद हुए हैं |
आजकल लड़के लड़कियां शौकिया अपने बाल नाना प्रकार के रंगों से रंगते हैं और उसके दुष्परिणाम भुगतते हैं | शरीर और शरीर के अंग महज दिखावे कि चीज बन कर रह गए हैं |
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